नई दिल्ली। भारत के उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा है कि भारत रत्न लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने अपने विचारों,दर्शन और व्यक्तित्व से देश की दिशा तय की। देश की आजादी की लड़ाई से लेकर वर्ष 1977 तक तमाम आंदोलनों की मशाल थामने वाले जयप्रकाश नारायण ने लोकतंत्र के लिए संघर्ष किया। भारतीयता और समाजवाद एक दूसरे के पर्याय हैं। सनातन धर्म की शुभ लाभ की संकल्पना का आधुनिक स्वरूप समाजवाद में अभिव्यक्त होता है। लोकनायक जयप्रकाश अंतरराष्ट्रीय अध्ययन विकास केन्द्र के तत्वावधान में आयोजित भारत रत्न लोकनायक जयप्रकाश जयंती के मौके पर आयोजित जयप्रकाश नारायण सम्मान समारोह के अवसर पर भेजे अपने संदेश में व्यक्त किए। लोकनायक जयप्रकाश अंतरराष्ट्रीय अध्ययन विकास केन्द्र के तत्वाधान में इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय पर्यटन एंव संस्कृति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि लोकनायक जयप्रकाश ने भारत के संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए जो संघर्ष किया वो हमें प्रेरणा देता है। इस अवसर पर मीडिया एसोसिएशन फॉर सोशल सर्विस के अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार मनोज वर्मा को वर्ष 2024 के लोकनायक जयप्रकाश पत्रकारिता सम्मान से सम्मानित किया गया। -लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने देश की दिशा तय की – उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ – जेपी ने भारत के संविधान और लोकतंत्र की रक्षा की – केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत – जेपी की जयंती के मौके पर इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में जेपी अवार्ड 2024 का आयोजन इस मौके पर लोकनायक जयप्रकाश अंतरराष्ट्रीय अध्ययन विकास केन्द्र ने लोकनायक जयप्रकाश के सिद्धांतों और मूल्यों को प्रेरणा बनाकर उत्कृष्ट कार्य करने वाले समाजवादी चिंतक और केरल के पूर्व सांसद थापन थॉमसन, विमल कुमार, साहित्यकार ममता कालिया और बुद्धिनाथ मिश्र, भजन गायक अनूप जलोटा, नृत्यांगना नलिनी , पर्यावरणविद सुरेश भाई को जेपी अवार्ड 2024 से सम्मानित किया गया। भारत सरकार केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने जेपी अवार्ड 2024 प्रदान किए। लोकनायक जयप्रकाश अंतरराष्ट्रीय अध्ययन विकास केन्द्र के महासचिव अभय सिन्हा ने कहा कि लोकनायक ने देश में लोकतंत्र की रक्षा की रक्षा के लिए संपूर्ण क्रांति का आह्वान किया और उसी के चलते ही देश की राजनीति में व्यापक परिवर्तन हुआ। जेपी के नेतृत्व में 1975 का आंदोलन देश के इतिहास में एक मील का पत्थर कहा जा सकता है जिसने देश को एक दिशा दी। देश ने आपातकाल का विरोध किया और भारत लोकतंत्र के रास्ते पर चला। इस मौके पूर्व राज्यसभा सांसद आर के सिन्हा चक्रपाणि महाराज आदि ने संबोधित किया।