विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए मीडिया को बनना होगा अधिक जिम्मेदार-रंजना देसाई

पत्रकारिता के बदलते दौर में नैतिकता और मूल्य बनाए रखना एक बड़ी चुनौती बन गई है और प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया की अध्यक्ष जस्टिस ( रिटा. ) रंजना देसाई इससे काफी चिंतित हैं। फेक न्यूज और येलो जर्नलिज्म के बढ़ते चलन को लेकर उन्होंने पत्रिका के साथ बातचीत में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपने विचार साझा किए। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तथ्य और सत्य आधारित पत्रकारिता के महत्व को रेखांकित करने के लिए वर्ल्ड एसोसिएशन ऑफ न्यूज पेपर्स एंड न्यूज पब्लिशर्स ने वैश्विक पहल की है। 28 सितम्बर को वैश्विक स्तर पर वर्ल्ड न्यूज़ डे मनाया गया।
फेक न्यूज और तथ्यहीन रिपोर्टिंग पर सवाल
जस्टिस देसाई ने कहा कि कुछ मीडिया संस्थान टीआरपी सर्कुलेशन और वीडियो के व्यूज बढ़ाने के लिए झूठी और भ्रामक खबरें प्रसारित कर रहे हैं जिससे मीडिया की विश्वसनीयता पर असर पड़ा है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि पंजाब में हुए एक सामूहिक पारिवारिक हत्याकांड की कुछ हिंदी अखबारों  में लचर और तथ्यहीन रिपोर्टिंग ने पत्रकारिता के स्तर पर गंभीर सवाल खड़े किए। जस्टिस देसाई ने जोर देकर कहा कि अच्छी पत्रकारिता के लिए सत्यता और तथ्यात्मकता बनाए रखना आवश्यक है क्योंकि इसका सीधा प्रभाव पाठकों और दर्शकों के मानस पर पड़ता है।
मीडिया के लिए सख्त दिशा.निर्देश और आदेश
उन्होंने कहा कि भारतीय प्रेस परिषद पत्रकारों और प्रेस की स्वतंत्रता को संरक्षित करने के लिए समय.समय पर दिशा.निर्देश जारी करती है लेकिन इनके उल्लंघन के मामले भी बढ़ रहे हैं। जस्टिस देसाई ने बताया कि ऐसे मामलों में परिषद को सख्त आदेश जारी करने पड़ते हैं। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि भविष्य में मीडिया को अधिक जिम्मेदार बनाने के लिए ज्यादा सख्त दिशा.निर्देश तैयार किए जा रहे हैं।
पत्रकारों की सुरक्षा और प्रेस की स्वतंत्रता
जस्टिस देसाई ने पत्रकारों की सुरक्षा और प्रेस की स्वतंत्रता के प्रति परिषद की प्रतिबद्धता पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में कई पत्रकारों पर हमले हुए और कई की जान भी गई है। कई पत्रकारों को पुलिस की ओर से सुरक्षा मिलने की जगह प्रताड़ित किया गया है। ऐसे में पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भारतीय प्रेस परिषद हर संभव प्रयास कर रही है ताकि वे बिना किसी डर के अपनी जिम्मेदारी निभा सकें।
युवा पत्रकारों के लिए इंटर्नशिप कार्यक्रम
जस्टिस देसाई ने कहा कि प्रेस परिषद न केवल मौजूदा पत्रकारों बल्कि भविष्य के पत्रकारों को भी नैतिक और जिम्मेदार पत्रकारिता के लिए तैयार कर रही है। परिषद ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन इंटर्नशिप कार्यक्रम चला रही है जिसमें पत्रकारिता के छात्रों और युवाओं को पत्रकारिता के आचरण के मानक की जानकारी दी जाती है। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य उन्हें पत्रकारिता के मूल्यों के प्रति जागरूक करना है ताकि वे भविष्य में एक जिम्मेदार पत्रकार बन सकें।

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